बीजेपी नेता मनोहर धाकड़ ने वायरल अश्लील वीडियो को बताया फर्ज़ी, बोले – ‘मैं तो था ही नहीं’, कॉमेडियन राजीव निगम ने कसा करारा तंज
"जब वीडियो में थे ही नहीं, तो केस किस बात का? – मनोहर धाकड़ का बयान बना सोशल मीडिया की कॉमेडी!"
🔴 "जब गाड़ी भी तेरी नहीं थी, फिर वीडियो में तू कैसे?" - मनोहर धाकड़ का बयान बना कॉमेडी का मुद्दा
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर वायरल हुए अश्लील वीडियो मामले में बीजेपी नेता मनोहर लाल धाकड़ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। जहां एक ओर वे वीडियो को 'फर्ज़ी' बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कॉमेडियन राजीव निगम ने उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त तंज कसा है।
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🔹 मामला क्या है?
मध्यप्रदेश के मंदसौर के रहने वाले बीजेपी नेता मनोहर धाकड़ का एक वीडियो 13 मई को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें वे एक महिला के साथ सार्वजनिक स्थान पर आपत्तिजनक हालत में देखे गए। इसके दो दिन बाद दूसरा वीडियो सामने आया, जिसमें वह उसी महिला के साथ डांस करते नजर आए।
22 मई को मनोहर धाकड़ को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं में गिरफ्तार किया गया, जिनमें शामिल हैं:
296 – सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत
285 – सार्वजनिक रास्ते पर खतरा पैदा करना
3(5) – सम्मिलित आपराधिक जिम्मेदारी
हालांकि गिरफ्तारी के महज 24 घंटे बाद ही उन्हें ज़मानत मिल गई।
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🔹 “मैं तो था ही नहीं…” – मनोहर धाकड़
मनोहर धाकड़ का कहना है:
> “वीडियो फर्ज़ी है। मैं उसमें नहीं हूं, गाड़ी भी मेरी नहीं है। मैंने वह गाड़ी पहले ही बेच दी थी। मैं कोर्ट में सच्चाई रखूंगा और जो लोग वीडियो वायरल कर रहे हैं, उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा।”
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🔹 “जब थे ही नहीं, तो केस क्यों करोगे?” – राजीव निगम का कटाक्ष
कॉमेडियन राजीव निगम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर तंज कसते हुए लिखा:
> “अरे जब तुम थे ही नहीं तो तुम केस क्यों करोगे…”
राजीव निगम ने एक और ट्वीट में लिखा:
> “जिन्होंने वीडियो वायरल किया उन्हें बर्खास्त कर दिया, लेकिन इन्हें नहीं... यही है बीजेपी।”
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🔹 ब्लैकमेलिंग और NHAI कर्मचारियों का कनेक्शन
धाकड़ के मुताबिक, उनसे वीडियो छुपाने के बदले ₹1 लाख की मांग की गई थी। उन्होंने कहा:
> “मेरे पास ₹20,000 थे, जो मैंने दे दिए। बाकी ₹80,000 पर बात अटक गई, और तभी वीडियो वायरल कर दिया गया।”
अब खबर ये भी है कि वीडियो लीक करने में NHAI (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) से जुड़े ठेकेदारों के कर्मचारी शामिल थे। MKC इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने इस सिलसिले में अपने तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है।
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🔹 बीजेपी का पल्ला झाड़ना
बीजेपी की ओर से कहा गया है कि मनोहर धाकड़ पार्टी के प्राथमिक सदस्य नहीं हैं। वहीं, धाकड़ समाज युवा संघ ने उन्हें राष्ट्रीय मंत्री पद से हटा दिया है।
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🔹 जनता का सवाल: ये “वीडियो झूठा” ट्रेंड कब तक?
ये कोई पहला मामला नहीं है जहां वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी उसे फर्ज़ी बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश करता है। जनता अब पूछ रही है —
"अगर वीडियो झूठा है, तो फिर गिरफ्तार क्यों हुए? और ज़मानत क्यों लेनी पड़ी?"
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📌 निष्कर्ष:
वीडियो, गिरफ्तारी, ज़मानत, बयान, तंज और बर्खास्तगी — पूरा मामला एक सस्पेंस फिल्म की तरह बन चुका है। सोशल मीडिया पर लोग इस घटनाक्रम को “राजनीति, ड्रामा और कॉमेडी” का कॉकटेल बता रहे हैं।
अब देखना ये है कि वीडियो फर्ज़ी है या कहानी में कोई और साज़िश छुपी है — ये सच्चाई अदालत में सामने आएगी। तब तक कॉमेडियन और जनता की अदालत में मनोहर धाकड़ कटघरे में हैं।
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